आज टेक्नोलॉजी के दौर में सबसे बड़ी जरुरत इंटरनेट/ब्रॉडबैंड की है| आज भी भारत के दूर दराज ग्रामीण इलाको में तीव्र गति का ब्रॉडबैंड मिलना बहुत ही कठिन है| भारत में बीएसएनल, जिओ, एयरटेल और वोडाफोन आईडिया ही मुख्य रूप से ब्रॉडबैंड उपलब्ध कराता है| इसमें भी प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां एयरटेल, जिओ वोडाफोन/आईडिया ज्यादातर वहीँ अपना सेटअप लगाकर ब्रॉडबैंड उपलब्ध कराती हैं जहाँ घनी आबादी है और उन्हें मुनाफा मिलना है| ऐसे में देश की सबसे बड़ी और पुरानी सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड ही घाटे में चलने के बाबजूद दूरदराज ग्रामीण इलाको में मोबाइल फ़ोन और ब्रॉडबैंड की सुविधा उपलब्ध कराती है|
BSNL me ग्राहकों को सेवा देने का काम पार्टनर्स के हवाले-
बीएसएनएल ने अपनी ब्रॉडबैंड सेवाओं को नगर से लेकर ग्रामीण इलाको तक पहुंचाने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टर्नशिप मॉडल को अपनाकर टेलीफोन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर (TIP) के साथ पार्टनरशिप की है| इस मॉडल में देश से स्थापित विशाल सर्वर नेटवर्क से लेकर दूरसंचार एक्सचेंज तक का काम बीएसएनएल के कर्मी संभालेंगे और टेलीफोन एक्सचेंज से ग्राहक तक सेवा देने का काम बीएसएनएल के पार्टनर TIP सँभालते है| इस प्रकार नए कनेक्शन देने से लेकर मेंटेनेंस तक का काम प्राइवेट पार्टनर सँभालते है|
सबसे सुरक्षित और डाटा सिक्योरिटी
डाटा सिक्योरिटी के मद्देनजर आज भी सरकारी कार्यालयों, बैंको, सेना और बड़े कॉर्पोरेट में बीएसएनएल ही प्रथम वरीयता बना हुआ है| बीएसएनएल में लेवल 1 से लेकर लेवल 4 तक के सर्वर, स्विच और क्लाउडिंग फूलप्रूफ और सुरक्षित है| जहाँ प्राइवेट कंपनियों से अक्सर डाटा लीकेज की खबरे आती रहती है वहीँ बीएसएनएल में आज भी किसी ग्राहक का मोबाइल इंटरनेट डाटा बिना सरकारी मंजूरी के मिलना असंभव है| यही वजह है कि देश की सेना, बैंक और सरकारी दफ्तरों में बीएसएनएल सेवा ही अनिवार्य है|